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संवेदना की सीमेंट / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
घर की छत
सुकून नहीं दे रही
बाहर कोई छत ही नहीं
जीने के लिए चाहिए मगर
एक छत
संवेदना की सीमेंट से बनी