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संसद में कैसे घुस आये / रणजीत
Kavita Kosh से
निपट गये सब काम साथियों
अब कर लो आराम साथियों।
खटते खटते दिन भर बीता
सुबह से हो गयी शाम साथियों।
जीते को यह पूरी दुनिया
हारे को हरिनाम साथियों।
ऐसे काम करो तुम, जिनका
अच्छा हो परिणाम साथियों।
संसद में कैसे घुस आये
इतने नमक हराम साथियों।
प्रश्न पूछने के भी लेते
जो लोगों से दाम, साथियों।