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सईयाँ जाई बसे हैं पुरुबी नगरिया / पवन कुमार मिश्र
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सईयाँ जाई बसे हैं पुरुबी नगरिया,
मड़ईया के छवावे ननदी ।
घर में बाटी हम अकेली,
कउनो संगी ना सहेली
पापी पपिहा बोले बीचोबीच अटरिया
मड़ईया के छवावे ननदी ।
सईयाँ जाई बसे हैं पुरुबी नगरिया,
मड़ईया के छवावे ननदी ।
चारो ओर बदरिया छाई
हरियर आँगन मोर झुराई
कइसे गाई जाये सावन में कजरिया
मड़ईया के छवावे ननदी ।
सईयँ जाई बसे हैं पुरुबी नगरिया,
मड़ईया के छवावे ननदी ।
छानी छप्पर सब चूवेला
देहिया भींज भींज फूलेला
अगिया लागे तोहरी जुलुमी नोकरिया
मड़ईया के छवावे ननदी ।
सईयाँ जाई बसे हैं पुरुबी नगरिया,
मड़ईया के छवावे ननदी ।