भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सखि के साओन मे बुनझीसी / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
सखि के साओन मे बुनझीसी
पिया संग खेलब पचीसी ना
मुखमे पान दांत मे मिस्सी
सखि हे साओन केर बुनझीसी
पिया संग खेलब पचीसी ना
गोर बदन पर कारी रे चुनरिया
नयन काजर मुख मिस्सी
पिया संग खेलब पचीसी ना
सोनाक थार सखि रूपे केर कौड़ी
लागि गेल पिया सौं बाजी
पिया संग खेलब पचीसी ना
केये हारय केये जीतय
केये मारलनि पिक्की
पिया संग खेलब पचीसी ना
राम हारलनि सीता जितलनि
लछुमन मारलनि पिक्की
पिया संग खेलब पचीसी ना
सखि हे साओन मे बुनझीसी
पिया संग खेलब पचीसी ना