सख्त सौदागर समय है यूं हमें रहने न दे।
बांट हमको, सिर्फ़ बिकने के लिए रहने न दे।
रोज़ ताज़ा तेल बाती डाल दे मां की तरह
ऐ रिवायत तू हमें बासी दिये रहने न दे।
जीस्त सहरा का सफ़र है रात आंधी की तरह
रेत पर दिन के बनाए रास्ते न रहने दे।
शेर वो अच्छा कि जो मुझको अलग पहचान दे।< >
शेर वो सच्चा कि जो मेरा मुझे रहने न दे।