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सगाई / ओम पुरोहित कागद
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सगाई मांय
सगा ई मिलै
बीन-बीनणीं नीं !
जिण तरै
ठगाई मांय
ठगां रो काम
उणी तरै
सगाई मांय
सगां रो काम !