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सच बोलै मेॅ राहत छै / महादेव ठाकुर

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सच बोलै मेॅ राहत छै
एहनोॅ एक कहावत छै

मानव के जत्ते मिललै
जगलोॅ ओत्ने चाहत छै

भ्रष्टतंत्र के राजनीत सेॅ
जनता मन सेॅ आहत छै

नेता मतवाला हाथी
सुतलोॅ लोक महावत छै

हाथ लगै नै तनिको गंदा
हुए सफाई चाहत छै

'महादेव' नै भैथों हो
सच बक्कै के आदत छै