Last modified on 21 दिसम्बर 2015, at 15:17

सड़क की छाती पर चिपकी ज़िन्दगी १० / शैलजा पाठक

कभी देखा है
पंछियों को पिंजरे के साथ
बेचने वालों को

उनके शरीर के पिंजर के अन्दर
जो धड़कती सी चिडिय़ां है ना

उन्हें ज़िन्दा रखने को
ये आसमान का शिकार करते हैं।