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सत्यम-शिवम्-सुन्दरम् / बिंदु कुमारी
Kavita Kosh से
गॉव घोॅर सड़क चौबटिया
गरदा लागलोॅ गोड़ोॅ मेॅ छै
घोॅर ऐंगना नित मुस्काबै छै
बुतरू-बच्चा किलकारी साथें
सब आपस मेॅ आदर सेॅ बतियाबै छै
घोॅर मेॅ पूजा के रीत बताबै
सुगन्धित विभोर हवा बहै छै
सगरोॅ हमरोॅ पियारोॅ गॉवोॅ मेॅ।
अन्तरमन रोॅ जबेॅ खुलै द्वार छै
रात अन्हरिया भागै छै
मातृभूमि के गीत एक स्वर मेॅ गाबै छी
आपनोॅ गॉव के गली कुची सड़कॉ के गरदा
माथा-चंदन देह लगावै छी।
पियार, सद्भावना, देश प्रेम आरो
सत्यम-शिवम्-सुन्दरम् के
सबकेॅ पाठ पढ़ाबै छी।
गॉव घोॅर सड़क चौबटिया
घोॅर ऐंगन नित मुस्कावै छै
बच्चा-बुतरू साथें नित मुस्काबै छै
माय-बाबू रोॅ पियार संग
कखनू गोदी, कखनू कन्हा
पीठ चढ़ी घोड़ा बनाबै छै।
बुतरू के किलकारी साथें
माय-बापू आदर सेॅ बतियाबै छै।