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सफलता का टिकिट / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
बिल्ली बोली कुत्ता भैया,
ट्यूशन मुझे पढ़ा दो।
गणित बहुत कमजोर हमारी,
पेपर आऊट करा दो।
कुत्ता बोला हम कुत्ते हैं,
करते नहीं घुटाला।
नहीं करेंगे व्यापम जैसी,
हंडी में मुँह काला।
टिकिट सफलता का तो श्रम की,
खिड़की से ही मिलता।
खाद और पानी पाकर ही,
फूल चमन में खिलता