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सबसे बड़ी चिंता / अरविन्द श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
पुरखे गिरमिटिया थे
वे तारों को पगडंडी बनाकार
आये थे
यही कोई प्रकाश वर्ष दूर से
पानी-पहाड़-जमीन लांघते हुए
धुप, हवा और स्त्री के साथ ही
हमारे लिए
आग बचाना
उनकी सबसे बड़ी चिंता थी !