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सब दिन नए ना रहे, पुरान हो जाला / अंजन जी
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सब दिन नए ना रहे, पुरान हो जाला
नीमनो चीज कबो हेवान हो जाला ।
समय से बढ़ि के कुछऊ ना होला
मुगाज़ ना बोलेला तबो बिहान हो जाला ।