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सब से आगे / केदारनाथ अग्रवाल
Kavita Kosh से
सबसे आगे
हम हैं
पाँव दुखाने में;
सबसे पीछे
हम हैं
पाँव पुजाने में ।
सब से ऊपर
हम हैं
व्योम झुकाने में;
सबसे नीचे
हम हैं
नींव उठाने में ।