भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सभी स्त्रियों के मन में / येव्गेनी येव्तुशेंको

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


सभी स्त्रियों के मन में
हमेशा बनी रहती है आशा
विशेष रूप से तब
जब पूरे के पूरे
माहौल में हो निराशा

उस वक़्त यह सम्भव नहीं
कि वे ख़ुद को धोखे में न रखें
चूँकि आत्मवंचना से ही
उन्हें मिलता है सुख
और वही है उनका सबसे बड़ा दुख


मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय