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समय अनमोल है प्यारे / मुस्कान / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
समय पर सूर्य है उगता
समय पर अस्त होता है।
समय पर चन्द्रमा
आवागमन में व्यस्त होता है॥
समय पर है नदी बहती
समय पर ऋतु बदलती है।
समय पर यह धरा अपनी
धुरी पर नित्य चलती है॥
समय अनमोल है प्यारे
इसे तुम व्यर्थ मत खोना।
समय यदि हाथ से फिसला
पड़ेगा उम्र भर रोना॥