भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

समय / राजेन्द्र जोशी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आपका या उसका
उसका भी नहीं
उसने समय को ठेके पर दे दिया
अब समय किसका
आपका , नहीं
तो फिर किसका
ठेके का
कभी मंगल का
कभी शुक्र का
कभी शनि का
कभी बुध का
कभी राहु का
कभी केतु का
कभी गुरू का
कभी सूर्य का
कभी चन्द्रमा का
तो फिर समय किसका
आपका या उसका