भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

समुद्र-8 / पंकज परिमल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

समुद्र की स्मृति में
कई बड़े-बड़े नगर और द्वीप
सुरक्षित है
जिन्हें श्रेय था
बड़े-बड़े राजवंश मिटाने का
उनकी भारी-भरकम द्वारिका भी
समुद्र की स्मृति की
विशालता के किसी कोने में
नामालूम है
समुद्र कोई कम्प्यूटर नहीं है
कि उसका माउस दबाते जाओ
और उसकी स्मृतियों से
जो चाहो उगलवा लो