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समुद्र और सामुद्रिक / कानेको मिसुजु / तोमोको किकुची
Kavita Kosh से
मैं सोच रही थी, समुद्र का रँग नीला है,
मैं सोच रही थी, सामुद्रिक का रँग सफ़ेद है ।
अब मैं साक्षात देख रही
समुद्र, सामुद्रिक, उसके पँख, सबका रँग सलेटी ।
मैं सोच रही थी, मैं सब कुछ जानती हूँ,
मगर वह सच नहीं था ।
मैं जानती हूँ, समुद्र का रँग नीला है,
मैं जानती हूँ, बर्फ़ का रँग सफ़ेद है ।
अन्य सब लोग भी जानते हैं, देखते हैं,
परन्तु वह भी सच नहीं होगा ।
मूल जापानी से अनुवाद : तोमोको किकुची