चहलकदमियों में शराबोर
न्योनलाइट में जगमगाती सड़कों से
मेरा केवल इतना सम्बन्ध है
कि ये मेरे अकेलेपन को
और भी ज़्यादा रोशनी देती हैं।
उस रोशनी में मैं देखता हूँ साफ़-साफ़
यहाँ मेरा, केवल मैं हूँ
न कोई हमदम है
न कोई हमसफर
और मुझे चलना है रात भर।