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सरकण्डा / रीटा डाव / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
किसी नदी किनारे उगे
सरकण्डे को काटो
और उसके सहारा लेकर खड़े हो जाओ
एक पत्थर उठाओ
तौलो उसका वज़न
और उसे फिर से नीचे रख दो
अब काई चढ़ने दो उसपर
और उसे देखते रहो
प्रहार करो पत्थर से
यह देखने के लिए
कि कहीं वो पानी के बारे में तो
नहीं सोच रहा है ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद :अनिल जनविजय
अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Rita Dove
In the Bulrush
Cut a cane that once
grew in the river.
Lean on it. Weigh
a stone in your hands
and put it down again.
Watch it moss over.
Strike the stone
to see if it’s thinking
of water.