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सरक आया हमारे बीच / सुनीता जैन
Kavita Kosh से
भूल चले नयन
निरक्षर
नेह भाषा
नहीं देखा फिर
साथ-साथ
बादल कोई
घूमता रहा
समय चक्र
सरक आया हमारे बीच
विश्व आधा