जणा करै कोई सागीड़ौ सो बिलाप
तद खुलै है बीं रौ द्वार!
जठै जा‘र आपां
पावां खुद नै निरवाळा!
हुवै आपणी हार!
अनै जको हारै
बो उतर जावै पार!
जणा करै कोई सागीड़ौ सो बिलाप
तद खुलै है बीं रौ द्वार!
जठै जा‘र आपां
पावां खुद नै निरवाळा!
हुवै आपणी हार!
अनै जको हारै
बो उतर जावै पार!