भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सर्व शिक्षा अभियान तेॅ चलावै छै / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'
Kavita Kosh से
सर्व शिक्षा अभियान तेॅ चलावै छै
सबकेॅ बढ़े के मौका दिलावै छै
अमीर-गरीब हरिजन आ आदिवासी
एक चौका में भोजन खिलावै छै
आठवाँ वर्ग तोयं सब छात्रा केॅ
बिना कीमत्हैं पुस्तक दिलवावै छै
कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल
हरिजन आदिवासी केॅ उठावै छै
भोजन-वसन आरो आवास-चिकित्सा
छात्रासिनी शिक्षा मुफ्तें पावै छै
‘राम’ पिछड़ा के उत्थान चाहै छै
सोभाववश ऊ नै सुगबुगावै छै।