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सवाल होता चला गया हूँ / दीपक शर्मा 'दीप'
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सवाल होता चला गया हूँ
मलाल होता चला गया हूँ
कमाल करते चले गये हो
कमाल होता चला गया हूँ
अरे..तुम्हारे फ़िराक़ में ही
वबाल होता चला गया हूँ
ख़ुदा!किसी की ख़ुदाईयों में
हलाल होता चला गया हूँ
निहाल करने किसे चला था
निढाल होता चला गया हूँ
जला-जला के जला दिया है
मशाल होता चला गया हूँ
दलाल लोगों की सुहबतों में
दलाल होता चला गया हूँ