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सागर कब साहस देता है? / कात्यायनी
Kavita Kosh से
सागर तट पर भय देता है।
भीतर तैर रहे लोगों को
थप-थप करता
थपकाता है,
साहस और अभय देता है।
रचनाकाल : जनवरी-अप्रैल, 2003