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सागो छोड टळ जावै लोग / सांवर दइया
Kavita Kosh से
सागो छोड टळ जावै लोग
पारो बण तिसळ जावै लोग
किण रो परियारो करां अबै
हवा देख बदळ जावै लोग
काची सांसां री आंच मिलै
मोम दांई पिघळ जावै लोग
आज इण गत में देख म्हांनै
आंख बचा निकळ जावै लोग
जुगां तांई ठा कोनी पड़ै
होळै-सी निगळ जावै लोग