भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

साच'र सपनू / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आंख्यां रे आगे
केलां रा बगान
नारेलां रा वन
लीलो समन्दर
सोनल मछ्ल्यां
रूपल सिपटयाँ
दुधिया संख,
दीठ में उग्योडा
केर'र खेजडा
बंवल'र रोहिड़ा
मोरिया'र धोरिया
उजाड़ नीरजन,
किसी साच
किस्यो सपनो ?