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साथी / पद्मजा बाजपेयी
Kavita Kosh से
मेरे दर्द को न छीनो, खुशियाँ मेरी ले लो।
चाहे वह है मेरी अमानत, पूँजी मेरे पास ही रहने दो।
मेरे...
इसके अलावा और मेरे पास कुछ नहीं है।
मंजिल की राह पर एक दिल दीप तो जलाने दो।
मेरे गम ...
मुझे कोई गिला नहीं है, सबसे मिली खुशी है,
दामन में फूल भी है, अब कांटो को चुनने दो।
मेरे गम...।
तुम तो रहो सलामत, खुशियाँ मिले अनगिनत,
मेरे ज़िंदगी के साथी, बस साथ ही चलने दो।
मेरे गम...