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साम चक साम चक अबिहऽ हे / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
साम चक साम चक अबिहऽ हे
अबिहऽ हे
कूर खेतमे बैसिहऽ हे
बैसहिऽ हे
सभ रंग पटिया ओछबिहऽ हे
ओछबिहऽ हे
ओहि पटिया पर कय-कय जना
कय-कय जना
छोट-बड़े नबो जना
नबो जना
एक-एक जना के कय-कय पुरी
कय-कय पुरी
एक-एक जना के सात-सता पुरी
सात-सात पुरी
साम-चक साम-चक अबिहऽ हे
अबिहऽ हे
कूर खेत मे बैसिहऽ हे
ढेपा फोड़ि-फोड़ि खइहऽ हे
सीत पी-पी रहिहऽ हे
आसिस भाइ के दीहऽ हे
अगिला साल पुनि अबिहऽ हे