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सासु मोरा मारे राम बाँस के छिऊकिया / भोजपुरी
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♦ रचनाकार: महेन्द्र मिसिर
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सासु मोरा मारे राम बाँस के छिऊकिया
मोर ननदिया रे सुसुकत पनिया के जाय
छोटे-मोटे पातर पियवा हँसि के ना बोले
मोर ननदिया रे से हू पियवा कहीं चलि जाय
गंगा रे जमुनवा के चिकनी डगरिया
मोर ननदिया रे पैयाँ धरत बिछलाय
कहत महेंदर श्याम इहो रे पुरुबिया
मोर ननदिया रे पिया बिनु रहलो ना जाय