सिलिगुड़ी / जय छांछा
सिलिगुडी !
हिलकार्ट रोड और सेवक रोड बनकर
फैले हुए तुम्हारी नसों के सहारे
केवल नीचे की ओर ही बहने, तरल जैसे गुण लिए
चला ही जा रहा हूँ मैं इस समय
सूर्योदय भी हो चुका है
लेकिन तुम अभी तक जगी नहीं हो सिलिगुडी?
मुझे चिंता हो रही है तुम्हारी
तुम्हारी तबीयत तो ठीक है ना?
उपचार के लिए काकरिभट्टा आने वाले
रेल में चढ़ने के लिये आने वाले फिन्सोलिङ
प्यार की खोज में दार्जिलिंग उतरने वाले
खरीदारी के लिये गंगटोक आने वाले
आ पहुँचे हैं सभी
केवल तुम ही अभी तक
उवासी लेते हिलकार्ट रोड पर
हिमालय दर्पण, टाइम्स ऑफ इंडिया
और कई फिल्मी पत्रिकाएँ
चाय, पूरी और सब्जियाँ
बेच रहे हो ठेलागाडी पर रखकर
सिलिगुडी
जगने में देरी नहीं हुई है अभी तक?
तुम्हे पता है सिलिगुडी!
क्या कर रहे हैं अभी प्रधाननगर, गुरुंग बस्ती और
सालुगाडा
और क्या सोच रहे हैं महानदी के किनारे
चुपचाप बैठे लोग?
मूल नेपाली से अनुवाद : अर्जुन निराला