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सिसकियां / नवनीत पाण्डे

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हवा की धक्कामुक्की से खुले
दरवाजे की सिसकियां सुन
डर जाता हूं
जब संभालने लगता हूं
पल्लू, चौखट से जुड़े कब्जे
कुछ और
और
सिसकियां पाता हूं