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सीखोॅ / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'
Kavita Kosh से
अपनॉे काम करै लेॅ सीखोॅ
लिखलोॅ बात पढ़ै लॅे सीखॉे
घर मंे पसरल रहै चीज तेॅ
सैती रोज धरै लेॅ सीखोॅ
भोरे जागोॅ शीश लबाबोॅ
कसरथ साथें दंड लगाबोॅ
इस्कूल गेला सॅ पहिनें सब
रोज नहाबोॅ मंगल गाबोॅ।
किनखौं सॅ झगड़ा नै करिहॉे
पूछै सॅ हरगिज नै डरिहोॅ
शिक्षक आफिसर बनिहॉे तॅ
नाम देश के रौशन करिहोॅ।