सीढियाँ / रश्मि रेखा
सीढ़ियों पर चढ़ते हुए
हमने कब जाना
सीढ़ियाँ सिर्फ़ चढ़ने के लिए नहीं
उतरने के लिए भी होती हैं
इतनी जद्दोजहद के बाद
चढ़ सके जितनी
हर बार उससे कही ज्यादा उतरनी पड़ी सीढ़ियाँ
बचपन की यादों में
शामिल है साँप-सीढ़ी का खेल
फासले तय करेंगे हौसले एक दिन
बस, इसी इन्तज़ार में
बिछी रहती हैं सीढ़ियाँ
पांवो के नीचे सख़्त ज़मीन की तरह
सीढ़ियों से उतरते हुए
हमने कब जाना
कि सीढ़ियों पर चढ़ने से
कहीं ज़्यादा मुश्किल था
ख़ुद को सीढ़ियों में तब्दील होते देखना
और यह कि जो बनाते है सीढ़ियाँ
वे क्या कभी चढ़ पाते है सीढ़ियाँ
सीढ़ियों पर चढ़ते
सीढ़ियों से उतरते
हम कभी समझ पाते है
सीढ़ियों का दुःख
बांस की लम्बी सीढ़ियों पर चढ़ इमारत बनाते लोग
बटन दबाते ही दौड़ती सीढ़ियों से आते-जाते लोग
समय बनाता है सीढ़ियाँ
या सीढ़ियों से बनता है समय
अपने समय की सीढ़ियों से फिसलते हुए
कभी क्या जान पाए हम