भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सीता के खोइंछा जखन / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

सीता के खोइंछा जखन खोलथिन ननदिया
हे मने-मन मुसके
सीता के खोइंछा मोहर लाल
हे मने मन मुसके
पीयर पीताम्बर साड़ी जे देलनि
हे मने मन मुसके
केहन दरिद्र घर बाबा भइया विआहल
हे मने मन मुसके
भउजी केर खोइंछा दूभि धान
हे मने मन मुसके