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सीधा बहाव है कभी उल्टा बहाव है / ओम प्रकाश नदीम

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सीधा बहाव है कभी उल्टा बहाव है ।
ऐसी उथल-पुथल से मुसीबत में नाव है ।

गंगा लहू-लहू है तो जाहिर-सी बात है,
दिल में कहीं जाकर हिमालय के घाव है ।

कोई भी रूप-रंग हो, कोई भी हो महक,
मुझको हर एक फूल से बेहद लगाव है ।

सोने का भाव क्या करें, हम पूछ कर 'नदीम',
मिट्टी को देखते हैं कि सोने के भाव है ।