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सीमन्तिनी मॉडल बनना चाहती थी / यशोधरा रायचौधरी / लिपिका साहा

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मॉडल बनना चाहती थी सीमन्तिनी
सीमन्तिनी मॉडल नहीं बन सकी ।

फूलेश्वर स्टेशन के पास
रेल की पटरी के बीच अटके पड़े हैं सीमन्तिनी के बाल
चुन्नी में फँसी सीमन्तिनी ट्रेन में लाइन पर लाइन
लिखती गई अपनी काली नोटबुक में
नोटबुक में लिखकर रखा था रैम्प, नक्षत्र और उद्भास छटा
पुलिस ढूँढ रही है उस नोटबुक को

माँ सती सेलुन में वह पड़ा मिला
सीमन्तिनी के अलक, नाखून, भौंहे, होंठ
तितर-बितर होकर बिखरे पड़े हैं
लिलुआ, सोदपुर और नैहाटी जंक्शन में ।

मॉडल बनना चाहती थी सीमन्तिनी।
नहीं बन सकी मॉडल वो सीमन्तिनी ।

ड्रमबिट, फूटलाइट,उड़ता चुम्बन
सीमन्तिनी ने चाहा था, फिलहाल के लिये आसमान की ओट में आसमाँ
सीमन्तनी के टुकड़े कमीज़ के नीचे से फूलेश्वर में उगी है घास

ऐसे बनी सीमन्तिनी मैटिनी आइडियल
ऐसी ही सीमन्तिनी मातंगिनी<ref>शहीद मातंगिनी हाजरा, दक्षकन्या सती या फिर एक सती</ref>, सती ।

मूल बांगला से अनुवाद : लिपिका साहा

लीजिए, अब यही कविता मूल बांगला में पढ़िए
                    যশোধরা রায়চৌধুরী
            সীমন্তিনী মডেল হতে চেয়েছিল

সীমন্তিনী মডেল হতে চেয়েছিল
সীমন্তিনী মডেল হতে পারেনি।

ফুলেশ্বর স্টেশনের গায়ে
সীমন্তিনীর চুল লাইনের দাঁতে আটকে আছে।
চুন্নি আটকে থাকা সীমন্তিনী ট্রেনে লাইনের পর লাইন
লিখেছিল কালো নোটবুকে
নোটবুকে টুকেছিল র‍্যাম্প, নক্ষত্র ও উদ্ভাস
নোটবুকটি পুলিশ খুঁজেছে

পাওয়া গেছে মা সতী সেলুনে
সীমন্তিনীর চুল নখ ঠোঁট ভুরু
ছড়িয়ে ছিটিয়ে পড়ে আছে
লিলুয়ায় সোদপুরে নৈহাটি জংশনে

সীমন্তিনী মডেল হতে চেয়েছিল
সীমন্তিনী মডেল হতে পারেনি।

ড্রামবিট ফুটলাইট ডানাওয়ালা চুমু
সীমন্তিনী চেয়েছিল, আপাতত আকাশের আড়ালে আকাশ
সীমন্তিনীর টুকরো কামিজের মধ্য দিয়ে ফুলেশ্বরে গজিয়েছে ঘাস

সীমন্তিনী এভাবেই মাতিনি আইডল
সীমন্তিনী এভাবেই মাতঙ্গিনী, সতী।

शब्दार्थ
<references/>