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सीयाजू कौ चढ़त चढ़ाव सो सीता बेटी राम रची / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
आज श्री सियाजू कौ चढ़त चढ़ाव
नव मण्डप कै नैचै जू।
धनरू धन्य दशरथ ने ऐसौ समय पाऔ
नव मण्डप...
शीशफूल ल्याये, माँग मुतियन पुराये, बाँह बाजूबंद ल्याये
नव मण्डप...
गुंज गोप आये कान कर्नफूल भाये, नाक बेसर सुहाये
नव मण्डप...
कटि किंकिनी सुहाई, नारि नरन खों जो भाई, राजा जनक सुक्ख पाये
नव मण्डप...