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सुनसान वियावान जीवनोॅ के राह पर / अनिल शंकर झा
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सुनसान वियावान जीवनोॅ के राह पर
बड़का सहारा एक दुनिया के रीत छै।
तीत मीठ एहसास टीस केॅ भुलाबै लेली
आपनोॅ बनावै लेली बिरही के गीत छै।
आपनोॅ कमी केॅ लोगोॅ वेदोॅ सें छुपावै लेली
जखम भरावै लेली दुनिया में जीत छै।
एक साथ हार-जीत रीत गीत भोगै लेली।
खुदा के ई रहमत बरसलोॅ प्रीत छै॥