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सुनहरे पल / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
एक ऐसा
पल भी आप की जिंदगी में
आता है
जो उस क्षण को
महत्वपूर्ण बनाता है
मसलन आप मंच पर होते हैं
ज़माना सीटों पर होता है
आप बोलते हैं और वह
मंत्र मुग्ध होता है
कितने पल
सुनहरे पल
जिन्हें सहेजकर रख कर
कितना सुंदर होता है
आओ
ऐसे कुछ पलों को
सहेज लें
और
कभी-कभी
उन्हें अपने पास
महसूस करें ।