भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सुनो कहानी / रमापति शुक्ल
Kavita Kosh से
मस्त राम की सुनो कहानी,
है केवल दिन सात की!
नानी ने है मुझे सुनाई,
बात अभी कल रात की!
सोमवार को जन्म हुआ था,
मुंडन मंगलवार को!
धूमधाम से हुआ जनेऊ,
कहते हैं बुधवार को!
ब्याह बृहस्पतिवार हुआ,
तो लड़का शुक्रवार को।
शनिवार बीमार पड़े वे,
मर गए रविवार को।
-साभार: बच्चों के भाव गीत, रमापति शुक्ल, 15