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सुनो री जीजी जीजा कौ बिलैया लै गई टार कै / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
सुनो री जीजी जीजा कौ बिलैया लै गई टार कै।
अरतन ढूँढो बरतन ढूँढो सो हड़िया में ढूँढो चमचा डार के। सुनो री...
मटका में देखो घिनोचिन देखो सो नरदा में देखे पानी डार कैं। सुनो री...
छत्तन देखे अटारी में देखे सो चकिया में देखे छन्ना झार कै। सुनो री...
आरे में देखे टिपारे में देखे सो तक्का में देखे बेड़ो डार के।
झाँसी में देखे लश्कर में देखे तो देख लिये सारे बाजार में। सुनो री...
इड़ियन देखे छिड़ियन देखे सो हमने देखे मोटर कार में।