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सुन्दर माँय बाप, सुन्दर पल्किया / मैथिली

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

सुन्दर माँय बाप, सुन्दर पल्किया, सुन्दर साजु बरीयात धनुष धरिया
सब बारीयाती मिली जनकपुर निक्सल जय जय बाजु सब लोग धनुष धरिया
एक कोश गेला राम, दुई कोश गेला, तेसर मे लाग्ल पियास धनुष धरिया
गाछ बिरिछ चढि ताकु बाबु लक्ष्मण कतहुनै मिलल सरोबर धार धनुष धरिया
कन्या कुमारी एक आवैत देखल कलश भरल जुर पानी धनुष धरिया
हात धएय लेल राम जघिंया बेसावल, पुछ लगला दिलके बात धनुष धरिया
के कर बेटी तु हुँ, के कर दुलारी, कवने कुल होएत बियाह धनुष धरिया
जनक जि के बेटी हम छि, दशरथ कुल होयत बियाह धनुष धरिया
से हे सुनी राम सिन्दुर बेशाहल, सिता बेटी राखल बियाह धनुष धरिया