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सुन्दर स्याम मनोहर मूरति श्रीव्रजराज कुंवर बिहारी / सुन्दरकुवँरि बाई

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सुन्दर स्याम मनोहर मूरति श्रीव्रजराज कुंवार बिहारी।
मोर पखा सिर गुंज हरा बनमाल गरे कर बंसिका धारी॥
भूषन अंग के संग सुशोभित लोभित होत लखैं ब्रजनारी।
राधिका-बल्लभ मो दृग-गेह बसौ नवनेह रहौं मतवारी॥