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सुपनां रा दीठाव / सांवर दइया
Kavita Kosh से
पैली तो म्हनै
सुपनां में दिखता
पहाड़
नदी
झरणा
तळाव
पाक्योड़ा अनार
अर हरिया-भरिया बाग
पण आं दिनां
जद भी सुपनां आवै
दीखै- सोगरा
अर फोफळियां रो साग !