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सूगलो बिम्ब / सांवर दइया
Kavita Kosh से
कीं काळा
अर लाल-लाल
चगदा-सा बादळ
आभै में खिंडियोड़ा
दूर-दूर
जाणै बिना धोयां ई
सूकाय दिया हुवै किणी
लुगाई –धर्म रै दिनां रा
धोळा पूर !