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सूता भूत / कन्हैया लाल सेठिया

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पैली सीख लै
पाछा सुंवाणणै री उपराड़ी
पछै जगाई जे सूता भूत
नहीं’स लागैलो भाजतो भूंडो
कोनी आवैला थारै बुलायां
कोई स्याणा
जकां रै इलम नै
तू बतातो स्यो है
आज तांई ठगलकड़ी,
कोनी भूलै बै
काळजै में लाग्योड़़़ी बात
पेट में दियोड़ी लात