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सूरज आया था कल / सुनीता जैन
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इन अकारण विश्वासों का
कारण क्या है,
नहीं पता
सूरज आयेगा कल
क्योंकि सूरज
आया था कल,
उससे पहले कल
उससे
उससे
उससे पहले
हर कल,
आया था सूरज,
आयेगा कल
कल तुमने
मुझको याद किया
इसका केवल यही प्रमा
कि मैंने विश्वास किया