सूरज से मफर से हमें हासिल हुआ क्या
साये के तआकुब के सिवा कुछ न मिला
सूरज से मिली आंख तो क्या देखते हैं
करता है वही साया हमारा पीछा।
सूरज से मफर से हमें हासिल हुआ क्या
साये के तआकुब के सिवा कुछ न मिला
सूरज से मिली आंख तो क्या देखते हैं
करता है वही साया हमारा पीछा।