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सूरीनामी बालक / अमर सिंह रमण

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सूरीनामी बालक नाम हमारा,
देश की सेवा काम हमारा।
जितने आसमान पर तारे,
उतने साथी सखा हमारे।

जो चाहे सो कर सकते हैं,
नहीं किसी से डर सकते हैं।
बहा प्रेम की गंगा देंगे,
मिटा देश से दंगा देंगे।

देश हमारा सबसे प्यारा,
दुनिया में सबसे न्यारा।
हम भी इसके प्यारे हैं
जय सूरीनाम के नारे हैं।